Sugarcane News: केंद्र ने देश के गन्ना किसानों को खुश करते हुए खरीद मूल्य में 25 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी

भारत के गन्ना किसानों ने पहले ही विश्व में सबसे अधिक कीमत दी है।  

फिर भी सरकार घरेलू उपभोक्ताओं को सबसे सस्ती चीनी दे रही है।  

सरकार के इस निर्णय के बाद, चीनी मिलें अब 10.25 प्रतिशत की रिकवरी पर गन्ने की एफआरपी पर 340 रुपये प्रति क्विंटल भुगतान करेंगी।   

किसानों को प्रत्येक 0.1 प्रतिशत की वृद्धि पर 3.32 रुपये की अतिरिक्त लागत मिलेगी।  

लोकसभा चुनाव से पहले, केंद्र सरकार ने गन्ने के उचित और लाभकारी मूल्य (एफआरपी) में प्रति क्विंटल 25 रुपये की वृद्धि की है।  

गन्ने का मूल्य पहले 315 रुपये प्रति क्विंटल था।   

अब यह 340 रुपये प्रति क्विंटल है। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट ने यह फैसला लिया।  

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने इसे गन्ने की ऐतिहासिक लागत बताया, जो 2022–2023 के सत्र में लागत से 107 प्रतिशत अधिक और एफआरपी से लगभग आठ प्रतिशत अधिक है।  

10 फरवरी से नया FRP लागू होगा। इससे गन्ना उत्पादकों की आय बढ़ेगी।   

पांच करोड़ से अधिक गन्ना किसानों और चीनी क्षेत्र से जुड़े लाखों अन्य लोगों को इस फैसले से लाभ होगा।  

पांच करोड़ से अधिक गन्ना किसानों और चीनी क्षेत्र से जुड़े लाखों अन्य लोगों को इस फैसले से लाभ होगा।